भारतीय शहरों में पर्यावरण तबाह करने वाले विलेन : जानें Particulate Matter और सल्फर डाई ऑक्साइड को

भारतीय शहरों में पर्यावरण तबाह करने वाले विलेन : जानें Particulate Matter और सल्फर डाई ऑक्साइड को

आईसीटी पोस्ट पर्यावरण संरक्षण टीम- स्विट्जरलैंड के संगठन आइक्यू एयर की रिपोर्ट में साल 2023 में दिल्ली को दुनिया की सबसे अधिक प्रदूषित राजधानी के रूप में बताया गया है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, भारत लगातार खराब वायु गुणवत्ता की समस्या से जूझ रहा है, जिसमें पीएम 2.5 की सांद्रता डब्ल्यूएचओ के वार्षिक स्तर से […]

धान की खेती हमारी धरती को कैसे गरम बना रही है?

धान की खेती हमारी धरती को कैसे गरम बना रही है?

ICTpost Environment Team अमेरिकी संस्थान पर्यावरण रक्षा कोष (ईडीएफ) की एक रिपोर्ट के मुताबिक चावल के खेतों से होने वाला मीथेन और नाइट्रस ऑक्साइड का उत्सर्जन लगभग 600 कोयला संयंत्रों से निकलने वाले ग्रीन हाउस गैसों के बराबर है. चावल दुनिया की तेजी से बढ़ती आबादी के लिए पोषण का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, जो […]

पीटर हिग्स- ब्रह्मांड की रचना को समझने में मदद करने वाले महान वैज्ञानिक

पीटर हिग्स- ब्रह्मांड की रचना को समझने में मदद करने वाले महान वैज्ञानिक

आईसीटी पोस्ट साइंस टीम:आठ अप्रैल, 2024 को नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक पीटर हिग्स का 94 वर्ष की आयु में निधन हो गया. उन्हें गॉड पार्टिकल की खोज के लिए जाना जाता है, जिसने यह समझाने में मदद की थी कि बिग बैंग के बाद सृष्टि की रचना कैसे हुई। हिग्स-बोसोन सिद्धांत के लिए उन्हें संयुक्त […]

कैसे रखी गई जेनेटिक इंजीनियरिंग और जीन थैरेपी की नींव — जेनेटिक इंजीनियरिंग में पहला प्रयोग

कैसे रखी गई जेनेटिक इंजीनियरिंग और जीन थैरेपी की नींव — जेनेटिक इंजीनियरिंग में पहला प्रयोग

आईसीटी पोस्ट हेल्थ टीम साल 1969 में वैज्ञानिक हरबर्ट बायर ने विशेष रूप से उपयोगी गुणों वाले ई. कोलाई जीवाणु के कुछ restriction enzymes पर अध्ययन किया. बॉयर ने देखा कि इन एंजाइमों में एक खास तरीके से डीएनए स्ट्रैंड को काटने की क्षमता होती है जिससे स्ट्रैंड पर ‘चिपचिपा सिरा’ बन जाता है. आणविक […]

जानिए mRNA vaccine को जिसने कोविड के दौरान करोड़ों लोगों की जान बचाई

जानिए mRNA vaccine को जिसने कोविड के दौरान करोड़ों लोगों की जान बचाई

आईसीटी पोस्ट हेल्थ टीमक्या आप जानते हैं कि दुनिया भर में कोविड के दौरान करोडों लोगों की जान बचाने वाली वैक्सीन mRNA तकनीक पर आधारित थी. इसी वजह से साल 2023 में मेडिसिन के लिए नोबेल पुरस्कार कैटलिन कारिको और ड्रू वीसमैन को दिया गया. उन्होंने ऐसी तकनीक विकसित की थी जिससे एमआरएनए कोविड वैक्सीन […]

भारत और बांग्लादेश में साल 2100 तक करीब 12 करोड़ लोग होंगे Climate Refugees

भारत और बांग्लादेश में साल 2100 तक करीब 12 करोड़ लोग होंगे Climate Refugees

आईसीटी पोस्ट पर्यावरण संरक्षण ब्यूरो क्या आप जानते हैं कि हर साल लाखों लोगों को बदलते मौसम की वजह से अपना घऱ-बार छोड़कर दूसरे जगहों पर जाना पड़ता है? ऐसे लोगों को जलवायु शरणार्थी Climate refugees कहा जाता है.जर्मनवाच की वार्षिक रैंकिंग-ग्लोबल क्लाइमेट रिस्क इंडेक्स में भारत को जलवायु परिवर्तन से सबसे अधिक प्रभावित शीर्ष […]