धान की खेती हमारी धरती को कैसे गरम बना रही है?

धान की खेती हमारी धरती को कैसे गरम बना रही है?

ICTpost Environment Team

अमेरिकी संस्थान पर्यावरण रक्षा कोष (ईडीएफ) की एक रिपोर्ट के मुताबिक चावल के खेतों से होने वाला मीथेन और नाइट्रस ऑक्साइड का उत्सर्जन लगभग 600 कोयला संयंत्रों से निकलने वाले ग्रीन हाउस गैसों के बराबर है. चावल दुनिया की तेजी से बढ़ती आबादी के लिए पोषण का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, जो मनुष्य को किसी भी अन्य भोजन स्रोत की तुलना में अधिक कैलोरी प्रदान करता है.हालाँकि, चावल उगाना भी इतना आसान नहीं है: चावल की खेती धरती की 11% कृषि योग्य भूमि को कवर कर लेती है और एक तिहाई सिंचाई का पानी खपत कर जाता है.
बाढ़ के इलाकों में चावल की खेती को मानवजनित मीथेन (CH4) उत्सर्जन के प्रमुख वैश्विक कृषि स्रोतों में से एक के रूप में पहचाना गया है.
पानी से भरे धान के खेत में मीथेन पैदा करने के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया मीथेनोजेन अधिक सक्रिय हो जाता है. पानी से भरे खेत में जैविक पदार्थों का अपघटन बैक्टीरिया मीथेनोजेन को सक्रिय करने वाली स्थिति दे देता है.
CO2 + 4H2 →CH4 + 2H2O
CH3COOH → CH4 + CO2

तो फिर विकल्प क्या है-क्या हमें चावल खाना बंद कर देना चाहिए. जी नहीं.
Sustainable Rice Cultivation—‘धान की खेती करने वाले किसानों को सही सलाह और प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए ताकि वे केवल उतना ही पानी या उर्वरक डालें जितना कि चावल के पौधे को जरूरत है.

धान की सीधी बुवाई (direct seeding of rice)- इस प्रणाली में धान के बीजों को सीधे खेतों में डाला जाता है. जबकि पारंपरिक चावल की खेती में नर्सरी में उगाए गए पौधों को रोपा जाता है.

इस तरीके से खेती करने से पारंपरिक चावल की खेती की तुलना में 30 फीसदी तक ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन कम हो जाता है.

निम्नलिखित फसलों में से कौन सी मीथेन और नाइट्रस ऑक्साइड दोनों का सबसे महत्वपूर्ण मानवजनित स्रोत है? (यूपीएससी 2022)

(क) कपास (ख) चावल (ग) गन्ना (घ) गेहूं

विकल्प ख सही उत्तर है. मीथेन और नाइट्रस ऑक्साइड महत्वपूर्ण ग्रीनहाउस गैसें हैं. यह अनुमान लगाया गया है कि वैश्विक चावल उत्पादन कुल मानवजनित CH4 उत्सर्जन के 11% के लिए जिम्मेदार है.

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